वाक्य की परिभाषा शब्दों के सुव्यवस्थित और सार्थक पद समूह से भाव या विचार की पूर्ण अभिव्यक्ति को वाक्य कहते हैं |
उदाहरण :-
1.राम ने रावण का वध किया |
2. चालक लोमड़ी ने कहा, अंगूर खट्टे हैं |
वाक्य के दो अंग होते हैं - 1. उद्देश्य (Subject)
2. विधेय (Predicate) उद्देश्य वाक्य के अंतर्गत जिसके विषय में बताया जा रहा है, अर्थात कर्ता और कर्ता विस्तार, जिनके विषय में कुछ कहा जा रहा है , उद्देश्य कहलाता है |
उदाहरण
1. माताजी खाना बना रही है |
2. सोहम सिनेमा देखने गया |
उपर्युक्त वाक्यों में माताजी और सोहम ऐसे शब्द हैं, जिनके विषय में कहा जा रहा है | अतः इन दोनों शब्दों को कर्ता (subject) कहा जाता है |
विधेय उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे विधेय कहते हैं | विधेय के अंतर्गत क्रिया और कर्म आदि का प्रयोग किया जाता है |
उदाहरण :-
1. मेरी बहन बहुत होशियार है |
2. सुरेश फूलों की माला बनाता है |
उपर्युक्त वाक्यों में कपड़ों बहुत होशियार है तथा माला बनता है आदि वाक्य विधेय कहलाते हैं |
वाक्यों के भेद (Kinds of Sentences) वाक्यों में भेद मुख्यतः दो आधारों पर किए जा सकते हैं , जो इस प्रकार हैं
अर्थ के आधार पर | रचना के आधार पर |
विधानवाचक (Imperative) | साधारण वाक्य (Simple Sentence) |
प्रश्नवाचक (Interrogative) | संयुक्त वाक्य (Compound Sentences) |
निषेधवाचक (Negative) | मिश्रित वाक्य (Complex Sentences) |
संकेतवाचक (Indicative) | |
विस्मयादिवाचक (Interjective) | |
संदेहवाचक (Doubtful) | |
आज्ञावाचक (Denoting Order) | |
इच्छावाचक (Denoting Desire) | |
विधानवाचक वाक्य (Imperative Sentences) :- जिस वाक्य से किसी बात के होने का या काम के करने का बोध हो,
उदाहरण :-
1. पिताजी खा चुके हैं |
2. वह मेरी बहन है | प्रश्नवाचक (Interrogative) :-जिस वाक्य में किसी प्रकार के प्रश्न किए जाने का बोध हो |
उदाहरण :-
1. तुम क्या कर रहे हो ?
2. तुम्हारा घर कहाँ है ? निषेधवाचक (Negative) :- जिस वाक्य से किसी बात से या किसी काम के न होने का बोध हो,
उदाहरण :-
1. राधा ने पाठ याद नहीं किया |
2. आज रमेश ऑफिस नहीं आया है | संकेतवाचक (Indicative) :- जहाँ एक वाक्य में कार्य दूसरे वाक्य के कार्य पर निर्भर हो,
उदाहरण :-
यदि अधिक वर्षा होती, तो फसल अच्छी होती |
आज दूधवाला नहीं आएगा, तो चाय कैसे बनेगी | विस्मयादिवाचक (Interjective) :- जिस वाक्य से हर्ष, शोक, आश्चर्य, दुख, सुख आदि का बोध हो,
उदाहरण :-
वाह ! मज़ा आ गया |
अरे ! यह क्या हो गया | संदेहवाचक (Doubtful) :- जिस वाक्य के द्वारा किसी काम या बात के होने में संदेह का बोध हो,
उदाहरण :-
शायद मैं कल तुम्हारे घर आऊँ |
शायद आज बारिश हो | आज्ञावाचक (Denoting Order) :- जिस वाक्य से किसी तरह की आज्ञा, आदेश का बोध हो |
उदाहरण :-
1. तुम जाओ |
2. तुम लिखो | इच्छावाचक (Denoting Desire) :- जिस वाक्य से किसी प्रकार की इच्छा, आशीर्वाद, शुभकामना आदि का बोध हो
उदाहरण :-
सदा सुखी रहो !
ईश्वर तुम्हारी सहायता करे |